मध्यप्रदेश, भारत का हृदय, ने हाल ही में एक नए नेता को अपना मुख्यमंत्री चुना है - मोहन यादव। इस नये दौर के साथ, मध्यप्रदेश ने एक नए नेता के साथ अपने भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाया है, और उम्मीद है कि वह राज्य को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएंगे। Mohan Yadav का चयन मुख्यमंत्री के पद के लिए एक महत्वपूर्ण पल है। विधायक दल की बैठक में मोहन यादव को नेता चुना गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल ने यादव को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। 13 या 14 दिसंबर को नई सरकार शपथ ले लेगी,उनका सीधा जुड़ाव जनता के साथ है, और उन्होंने अपने सभी वादों को पूरा करने का संकल्प दिखाया है।
Mohan Yadav: मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री की नई दिशा
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मोहन यादव ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों को एयरपोर्ट पहुंचकर विदा किया। इसके बाद वे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। वहां कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया। इस बीच, राजभवन ने मोहन यादव को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। 13 या 14 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम तय होते ही शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। फिलहाल 13 दिसंबर को लाल परेड ग्राउंड पर शपथ ग्रहण समारोह होने की सूचना मिल रही है। समय बाद में तय होगा। उनके साथ कितने मंत्री शपथ लेंगे, यह भी एक-दो दिन में तय हो जाएगा।
शिक्षा और योजनाएँ:
Mohan Yadav का शिक्षा क्षेत्र में एक मजबूत पक्ष है। उन्होंने अपने सभी वक्तव्यों में शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया है और राज्य के युवा पीढ़ी को बेहतर शिक्षा प्रदान करने का आदान-प्रदान करने का वादा किया है। उनका उद्देश्य है कि मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य बने, जहां हर एक बच्चा बेहतरीन शिक्षा से सम्बंधित हो।
उनकी प्रमुख योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री शिक्षा योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाना है। उनकी दिशा में यह एक कदम है जिससे गरीबी को कम किया जा सकता है और लोगों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाया जा सकता है।
मंदसौर में मनाया गया जश्न:
भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मध्य प्रदेश में उज्जैन ग्रामीण विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री Mohan Yadav को मुख्यमंत्री एंव मंदसौर जिले के वरिष्ठ विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश देवड़ा को उप-मुख्यमंत्री को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, जगदीश देवड़ा के विधानसभा क्षेत्र मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ में भी कार्यकर्ताओ ने जमकर आतिशबाजी की। एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई। मंदसौर में देवड़ा समर्थकों ने महाराणा प्रताप चौराहे पर जमकर आतिशबाजी कर ढोल की थाप पर नृत्य करते हुए अपनी खुशी का इजहार किया। जगदीश देवड़ा के नाम पर उप-मुख्यमंत्री की मुहर लगाते ही मंदसौर जिला मुख्यालय पर स्थित देवड़ा के निवास स्थान पर भी कई समर्थकों ने पहुंचकर अपनी खुशी का इजहार किया।
मोहन यादव ही क्यों :
विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 163 सीटों पर शानदार जीत हासिल की, कांग्रेस दूसरे नंबर पर; एक निर्दल प्रत्याशी ने भी सीट जीती ।
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उज्जैन के दक्षिण सीट से मोहन यादव ने जीत हासिल की है। Mohan Yadav उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर उज्जैन दक्षिण सीट पर कब्जा किया है। ये लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। 58 वर्षीय मोहन यादव का राजनीतिक करियर एक तरह से 1984 में शुरू हुआ जब उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ज्वाइन किया, वह आरएसएस के भी सदस्य हैं, 2013 में पहली बार विधायक बने। शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
Mohan Yadav का चयन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में एक नए दिन की शुरुआत है। उनका सच्चा और सख्त नेतृत्व राज्य को नए ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा। जनता उनसे नए सपनों और नए भविष्य की प्रतीक्षा कर रही है, और उन्हें उनके कार्यों से यह सबित होगा कि वह इस आशा को पूरा करने में सक्षम हैं।