छत्तीसगढ़ राज्य की राजनीतिक स्थिति में एक बड़ा बदलाव हुआ है, जब Vishnu Dev Sai को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। इस से पहले, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जो अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णयों के साथ सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान कर चुके थे, ने अपने पद से इस्तीफा दिया है।
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री Vishnu Dev Sai: नई शुरुआत
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के लिए सस्पेंस बना हुआ था। कई लोगों के नाम सामने आ रहे थे, लेकिन विधयाक दल की बैठक में विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगी है। Vishnu Dev Sai को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। विधायक दल का नेता चुनने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित 54 विधायकों की रविवार को रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय में अहम बैठक हुई। बैठक में विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगाई गई। विष्णु देव साय का नाम फाइनल होने के बाद उनके चाहने वाले जश्न मना रहे हैं। कार्यकर्ता समेत नेता ढोल की धुन में झूमते नजर आए हैं। बाजे-गाजे के साथ पटाके फोड़कर कुशाभाऊ ठाकरे परिसर के बाहर जमकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। साय के छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि, पूर्व सीएम अजीत जोगी को राज्य का पहला आदिवासी सीएम कहा जाता है, लेकिन उनका इससे जुड़ा मामला कोर्ट में लंबित है।
छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम बनेंगे: पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह
विधायक दल की बैठक में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह भी शामिल हुए। रमन सिंह सीएम की रेस में एक प्रबल दावेदार के रूप में पहले नंबर पर थे। विधायक दल की बैठक में शामिल होने से पहले रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम भी बनेंगे। उनके इस बयान से साफ हो गया है कि राज्य में मुख्यमंत्री के ऐलान के साथ डिप्टी सीएम का भी ऐलान होगा। पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री पद के लिए विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव रखा था। वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया।
आदिवासी समाज के बड़े नेता हैं विष्णुदेव साय:
विष्णु देव साय आदिवासी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं। Vishnu Dev Sai इसलिए बड़ा नाम है, क्योंकि वे चार बार सांसद, दो बार विधायक, केंद्रीय राज्य मंत्री और दो-दो बार के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव भी है।
1989 में राजनीतिक सफर की शुरुआत:
उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 में शुरू की। सबसे पहले वे एक गांव के पंच के रूप में थे। संघ से जुड़े थे। भारतीय जनता पार्टी ने साल 1990 में उनके ऊपर भरोसा जताकर तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक का टिकट दिया गया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार के सांसद भी चुने गए। साल 1999 से लेकर साल 2014 तक लगातार तीन बार सांसद रहे हैं। इसलिए Vishnu Dev Sai को आदिवासी समाज का बड़ा चेहरा माना जाता है।
इस नए सफलता के मौके पर, राज्यवासियों की उम्मीदें बढ़ रही हैं कि विष्णु देव साई राज्य को नए उच्चायुक्त में बदलने का सामर्थ्य रखेंगे और छत्तीसगढ़ को एक नए दौर में अग्रणी बनाएंगे। छत्तीसगढ़ राज्य के नए मुख्यमंत्री Vishnu Dev Sai को हार्दिक बधाईयाँ। आशा है कि वह राज्य के विकास में नए मील के स्तम्भ बनाएंगे और जनता की समृद्धि के लिए समर्पित रहेंगे।