भोपाल एयरपोर्ट पर हो रहे ओबीसी आरक्षण से जुड़े आंदोलन में भीम आर्मी के चीफ Chandrashekhar Azad की गिरफ्तारी की खबर ने प्रदेश में बवाल मचा दिया है। आंदोलन के प्रमुख आदान-प्रदानों का समर्थन करने वाले आजाद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर एक नया हैशटैग #ReleaseChandrashekharAzad ट्रेंड हो रहा है। , जिसमें लोग उनके रिहा होने की मांग कर रहे हैं।
भीम आर्मी के चीफ, Chandrashekhar Azad एयरपोर्ट पहुंचते ही हिरासत में, X पर #ReleaseChandrashekharAzad ट्रेंड:
मध्य प्रदेश पुलिस ने भोपाल एयरपोर्ट पर चंद्रशेखर का इंतजार करती हुई उन्हें गिरफ्तार कर लिया, जिससे आंदोलन में और भी जोर आ गया है। भीम आर्मी पार्टी के अधिकारीयों ने ट्विटर पर जानकारी दी कि पुलिस ने एयरपोर्ट से निकलते ही चंद्रशेखर को हिरासत में ले लिया गया।
Chandrashekhar Azad की गिरफ्तारी के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग अपने गुस्से को व्यक्त कर रहे हैं और हैशटैग #ReleaseChandrashekharAzad को वायरल कर रहे हैं। प्रदेश में ओबीसी आरक्षण के लिए हो रहे आंदोलन को लेकर लोगों का आंदोलनप्रेम बना हुआ है और ये गिरफ्तारी इस आंदोलन को और भी मजबूती प्रदान कर सकती है।
ओबीसी संगठनें 27% आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं:
ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर विभिन्न समूहों ने अपने दृष्टिकोण रखे हैं और इसके लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। Chandrashekhar Azad की गिरफ्तारी ने इस मुद्दे को और भी उच्चतम स्तर पर ले जाने का संकेत दिया है।
ओबीसी के 27% आरक्षण के लिए आवाज़ उठाना कोई अपराध नहीं है। ओबीसी महासभा का आंदोलन न्यायसंगत है। समर्थन करने पहुँचे @BhimArmyChief को नज़रबंद करना सरासर अन्याय है। @ChouhanShivraj #ReleaseChandrashekharAzad
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) January 2, 2022
इस समय, सोशल मीडिया पर लोग इस घड़बड़ी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं और चंद्रशेखर आजाद को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। दिलीप मंडल, भारतीय समाचार पत्रिका के पूर्व मेनेजिंग एडिटर, ने ट्विटर पर ओबीसी के लिए आवाज उठाना कोई अपराध नहीं माना और आंदोलन को न्यायसंगत बताया है।
आंदोलन में भीम आर्मी, जय आदिवासी संगठन, और आजाद समाज पार्टी के बड़े चेहरे शामिल हो रहे थे, जो इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। आंदोलन के माध्यम से ये संगठन ओबीसी आरक्षण में संसद और पंचायत चुनावों में विशेष आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
यह गिरफ्तारी ने राजनीतिक दलों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन को और भी तेजी से बढ़ावा मिलेगा।
इस अवस्था में कई ओबीसी संगठन 27% आरक्षण की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, जिन्हें नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनावों में ओबीसी आरक्षण की समाप्ति के खिलाफ आंदोलन का हिस्सा बनने का मौका मिला है। इस कारण सभी ओबीसी संगठनों ने मिलकर रविवार को सीएम निवास के घेराव का ऐलान किया था, जिसके परंतु, एमपी पुलिस ने इस पर सख्ती बरतना शुरू किया है ताकि आंदोलनकारियों को मुख्यमंत्री निवास पहुंचने से पहले ही उन पर काबू पा लिया जा सके। गौरतलब है कि अनेक स्थानों पर ओबीसी संगठनें, जयस, भीम आर्मी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें अब बसों से दूसरी जगह भेजा जा रहा है।
स्त्रोतों के अनुसार, ओबीसी संगठनों के प्रदर्शन के बाद से ही पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना शुरू किया है। सुबह से ही कई प्रदर्शनकारी एमएलए रेस्ट हाउस के पास इकट्ठा होने लगे थे, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया कि अगर प्रदर्शनकारी अपनी जगह से हटने का निर्णय नहीं लेते हैं, तो पुलिस शांतिपूर्वक इसे समाप्त करेगी। इसके परंतु, पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे सभी लोगों सहित ओबीसी संगठनों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और अब उन्हें विभिन्न स्थानों पर बसों से भेजा जा रहा है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें :
- - पुलिस ने ओबीसी आरक्षण प्रदर्शन में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
- - आंदोलनकारियों को सख्ती के साथ हिरासत में लेने का निर्णय लिया गया है।
- - ओबीसी संगठनें 27% आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं।
- - अनेक स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को बसों से दूसरी जगह भेजा जा रहा है।
- - विभिन्न संगठनों ने सीएम निवास के घेराव का ऐलान किया था।
- - पुलिस के कड़े उपायों के बावजूद, आंदोलन और उत्तेजना बढ़ रही है।
समर्थन या विरोध, ओबीसी आरक्षण प्रदर्शन से उत्पन्न उत्तेजना ने प्रदेश में गहरे समाजसंघर्ष को उजागर किया है। पुलिस की कड़ी कार्रवाई ने आंदोलनकारियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने का प्रयास किया है, लेकिन यह भी साबित हो रहा है कि लोग अपनी मांगों के लिए आवाज उठाने में तैयार हैं। इस दवाब में, समझदारी और सामंजस्यपूर्ण समाधान की आवश्यकता है ताकि समाज में सामंजस्य बना रहे और विभिन्न वर्गों के बीच समरसता का माहौल बना रहे। यह घड़ी भरे प्रदर्शन की घड़ी है, जिसमें विवादों को शांति और सहमति की दिशा में मोड़ने का समय है।
FAQ:
Q1: Chandrashekhar Azad कोन हैं ?
A1: Chandrashekhar Azad दलित वर्ग के ,में भीम आर्मी के अध्यक्ष हैं ।
Q2: सोशल मीडिया पर एक नया हैशटैग #ReleaseChandrashekharAzad क्यों ट्रेंड हो रहा है?
A2: मध्य प्रदेश पुलिस ने भोपाल एयरपोर्ट पर चंद्रशेखर का इंतजार करती हुई उन्हें गिरफ्तार कर लिया, जिससे आंदोलन में और भी जोर आ गया है। भीम आर्मी पार्टी के अधिकारीयों ने ट्विटर पर जानकारी दी कि पुलिस ने एयरपोर्ट से निकलते ही चंद्रशेखर को हिरासत में ले लिया गया। Chandrashekhar Azad की गिरफ्तारी के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग अपने गुस्से को व्यक्त कर रहे हैं और हैशटैग #ReleaseChandrashekharAzad को वायरल कर रहे हैं।