भारतीय संगीत के एक महान योगदानकर्ता, उस्ताद Rashid Khan, का आज हमें विदाई लेनी पड़ी है। इनके निधन ने संगीत प्रेमियों को एक अद्वितीय कलाकार की कमी महसूस कराई है, जिनका साथ हमें संगीत की नई ऊंचाइयों तक ले जाने का सपना था। उस्ताद Rashid Khan ने अपने जीवन में संगीत को अपना आदर्श माना और इसमें पूरा समर्पण किया। इन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और सुरों की मिस्ट्री में अपनी अनदेखी शैली से लोगों को मग्न किया। उनका अद्वितीय गायन और संगीतीय उपहार ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान पर पहुँचाया। उस्ताद Rashid Khan एक विचारशील और संगीतप्रेमी शख्सियत थे। उनका संगीत में प्रेम उनकी आवाज़ में छिपा हुआ था जो हमें एक अलग दुनिया में ले जाता था। उनकी रियाजत और साधने की प्रेरणा ने छाए रहेगी और नई पीढ़ियों को संगीत की राह में प्रेरित करेगी।
उस्ताद Rashid Khan : हिन्दुस्तानी संगीत के महान स्वर-सम्राट का शोकग्रस्त निधन
कोलकाता, 9 जनवरी हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के एक अद्वितीय स्वर-सम्राट और संगीतकार उस्ताद Rashid Khan आज यहाँ कोलकाता में निधन हो गया। उनकी आयु 55 वर्ष थी, और उनकी पत्नी, दो पुत्र और एक बेटी उनके साथ शोक में बाकी हैं। यह प्रसिद्ध गायक कैंसर से पीड़ित थे और नवम्बर 2023 में कोलकाता के एक निजी स्वास्थ्य सुविधा में भर्ती किए गए थे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उस्ताद Rashid Khan के परिवार से मिलने के लिए अस्पताल दौड़ा, और उन्हें "सचमुच एक विश्व प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय स्वरकला कलाकार" कहा। ममता बनर्जी ने बताया कि संगीत महानुभाव का शव रबीन्द्र सदन में रखा जाएगा, और अंतिम आदर सहित पूर्ण राज्य सम्मान के साथ, जिसमें एक बंदूक का सलामी शामिल है, शुक्रवार को किया जाएगा।
प्रारंभिक प्रशिक्षण :
बड़ैयून, (1 July 1968) उत्तर प्रदेश में जन्मे Rashid Khan ने अपनी प्रारंभिक प्रशिक्षण अपने मामा के पुत्र-ममा, उस्ताद निस्सर हुसैन खान (1909–1993) से प्राप्त किया था। उन्होंने ग्यारह वर्ष की आयु में अपना पहला कार्यक्रम दिया था। 1980 में, जब निस्सर हुसैन खान कोलकाता चले गए, तब Rashid Khan अपने दादा के साथ शहर आए। Rashid Khan ने 14 वर्ष की आयु में ITC संगीत अनुसंधान अकादमी में शामिल हो गए।
अनुशासन और उपाध्याय:
1994 में, उन्हें अकादमी में संगीतज्ञ (एक औपचारिक प्रक्रिया) मान्यता प्राप्त हुई। Rashid Khan ने अपने दादा निस्सर हुसैन खान से अपने प्राथमिक प्रशिक्षण प्राप्त किया था, जो एक कठोर अनुशासक थे, और वे उन्हें सुर शिक्षा के लिए 4 बजे सुबह से बनाए रखते थे। उन्होंने उसे एक सारे दिन के लिए स्केल का एक नोट प्रैक्टिस करने पर मजबूर किया। ग़ुलाम मुस्तफा ख़ान ने भी उसके संगीतीय प्रतिभाओं को देखा, और कुछ समय तक मुंबई में उसे प्रशिक्षित किया।
संगीतीय शैली और समर्थन:
Rashid Khan का गायन अमीर ख़ान और भीमसेन जोशी की तरह के दिग्गजों से प्रभावित था और इसमें उनके मामा निस्सर हुसैन खान के अनुसार उनके विलम्बित ख्यालों में धीरे विस्तार की भाषा शामिल थी।
नेता सुवेंदु अधिकारी ने उत्तम संगीतीय विशेषज्ञ की श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका निधन "संगीत, विशेषकर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में एक बड़ी शून्य पैदा करेगा।"
उत्कृष्ट विद्वान:
Rashid Khan का गायन अमूर्तपन्थी गायकों अमीर ख़ान और भीमसेन जोशी के प्रभाव से परिपूर्ण था और उन्होंने अपने विलम्बित ख्याल में भावनात्मक लहराव और राग-रंग में अद्वितीय पहचान बनाई। उनका संगीत सामंजस्यपूर्ण भावनाओं और गहरे मेलोडिक विकास के लिए प्रसिद्ध था।
संगीत में प्रयोगशीलता:
Rashid Khan ने अपने संगीतीय क्षेत्र में कई प्रयोग किए, सुफी फ्यूजन रिकॉर्डिंग "नैना पिया से" (अमीर खुसरो) या पश्चिमी साधनवादी वाद्ययंत्री लुई बैंक्स के साथ प्रयोगात्मक संगीत की कई कॉन्सर्ट्स में शामिल होकर पुराने संगीत को हल्के संगीत शैलियों के साथ मिश्रित करने का प्रयास किया।
आदर्श संगीत जगत की शोक संदेश:
यह संगीत महानुभाव का निधन संगीत जगत में एक बड़ी कमी बना रहेगा। Rashid Khan की आत्मा को शांति मिले और उनके योगदान को सदैव याद रखा जाए। उनके इस अत्यंत कल्याणकारी योगदान के लिए हम सभी आभारी हैं और उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएँ हैं।
अंतिम श्रद्धांजलि:
रबीन्द्र सदन में आयोजित होने वाले अंतिम संस्कार में, Rashid Khan को भारत सरकार द्वारा अर्पित किए जाएंगे और उन्हें एक श्रद्धांजलि समारोह के साथ याद किया जाएगा। हिन्दुस्तानी संगीत के इस दिग्गज के निधन से एक युग का समापन हो गया है, जिसे हम सभी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
नवंबर 2023 में उन्हें कैंसर का संघर्ष करते हुए कोलकाता के एक निजी स्वास्थ्य सुविधा में भर्ती किया गया था, जहां उन्होंने अपनी आखिरी दिनों तक जीवन का संघर्ष जारी रखा। उस्ताद Rashid Khan के चले जाने से संगीत जगत को एक अमूर्त सजीवता की कमी हो गई है। हम सभी उनके साथी और प्रशंसक इस दुखद क्षण में भागीदार हैं और उनके परिवार के साथ सांत्वना में हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले, और हम उनकी महानता को सदैव याद रखें।
FAQ:
Q1. सबसे पहले आप मुझे राशिद खान (संगीतकार) के बारे में कुछ बता सकते हैं?
A1: Rashid Khan एक प्रमुख भारतीय संगीतकार हैं जो वाद्य यंत्र के माध्यम से धुन बजाते हैं। उन्होंने अपनी करियर में अन्य महत्वपूर्ण संगीतकारों के साथ काम किया है और अनेक पुरस्कार प्राप्त किए हैं।
Q2. Rashid Khan का प्रमुख इंस्ट्रुमेंट कौनसा है?
A2: राशिद खान का प्रमुख इंस्ट्रुमेंट संतूर है, जो एक पदार्थ जलता हुआ वायलिन है जिसके 100 से अधिक तार होते हैं। इसके बारे में राशिद खान को सबसे अधिक मान्यता मिली है।
Q3. राशिद खान की प्रमुख उपलब्धियां और सम्मान कौन-कौन से हैं?
A3: Rashid Khan ने अपनी प्रमुख उपलब्धियों में से कुछ शानदार संगीत पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जैसे साहित्य अकादेमी पुरस्कार और पद्मश्री। उन्हें अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान दिया गया है।
Q4. Rashid Khan के किसी गाने को विशेष रूप से यादगार माना जाता है?
A4: राशिद खान ने गाया और संगीत बनाया है कई विशेष गानों में से एक है "अफरीन", जो कि उनकी सबसे प्रसिद्ध रचनाओं में से एक मानी जाती है। यह गीत सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है।